डॉ विजय सोनकर शास्त्री जी समाजसेवक एवं राजनीतिज्ञ होने के साथ साथ एक प्रसिद्द लेखक भी रहे हैं। शास्त्री जी की लेखन में भी समाजिक सरोकार के मुद्दे एवं समाजसेवा आदि की झलक प्रमुखता से देखने को मिलती है। उन्होंने “दलित हिन्दू की अग्नि परीक्षा, मानवाधिकार: एक भारतीय दृष्टि, सामाजिक समरसता दर्शन, हिन्दू वैचारिकी एक अनुमोदन, हिन्दू खटिक जाति, हिन्दू बाल्मीकि जाति, हिन्दू चर्मकार जाति तथा कानून का अधिकार, संत शिरोमणि गुरु रैदास” आदि प्रमुख पुस्तकें लिखी हैं।
इन प्रसिद्द पुस्तकों के अलावा वे “दलित आंदोलन” नाम से एक मासिक पत्रिका का भी संचालन करते हैं। इस मासिक पत्रिका के माध्यम से वे दलितों के उत्थान के मुद्दे अक्सर उठाते रहते हैं। जल्द ही भगवान् श्री कृष्ण पर “श्री कृष्ण चरित मानस” नाम से शास्त्री जी की एक नई किताब पाठकों के बीच आने वाली है जिसमे वे श्री कृष्ण के जीवन पर अपनी लेखनी से प्रकाश डालने वाले हैं।
राष्ट्रीय प्रवक्ता भारतीय जनता पार्टी । पूर्व सांसद । वरिष्ठ राजनीतिज्ञ । स्वयंसेवक । प्रखर हिंदूवादी । प्रबुद्ध विचारक । गहन आध्यात्मिक चिंतक । राष्ट्रभक्त